Wednesday, September 09, 2009

पलकें बंद न करना
थमा हुआ समुन्दर चालक जाएगा
टूटे ख्वाबों के टुकड़े
सीने में चुभने दो
अगर वो भी गिर गए

तो फिर अपना कहने को क्या रह जाएगा...


3 comments:

  1. :) sentia mat..tp hai :P

    ReplyDelete
  2. too good..:)
    I get your blog link on nusmbabuzz blog. I couldn't resist myself from commenting on these lines.

    ReplyDelete